जैन परम्परा में 24 तीर्थकर हुए , जिसमे महावीर स्वामी को जैन घर्म का वास्तविक संस्थापक माना गया ।
महावीर स्वामी
जन्म 540 b. c. जन्मस्थान – वैशाली के पास कुंडग्राम में बचपन का नाम वर्धमान पिता -सिधार्थ ( ज्ञातृक क्षत्रिय कुल )
माता – त्रिशला ,पत्नी यशोदा , पुत्री – प्रियदर्शनी , मृत्यु – काल 468 B C
जैन धर्म की शिक्षाए ;-
त्रिरत्न – सम्यक दर्शन , सम्यक ज्ञान , सम्यक आचरण
पंच महाव्रत – अहिंसा , सत्य वचन , अस्तेय , अपरिग्रह एवं ब्रह्मचर्य
जैन संगीतिया
प्रथम सम्मेलन 300 BC ,स्थान – पाटलीपुत्र अध्यक्ष – स्थूलभद्र , मुख्य तथ्य – 12 अंगो का संकलन
द्वितीय सम्मेलन 512 BC , स्थान – वल्लभी अध्यक्ष – देवर्धी मुख्य तथ्य – 12 अंगो तथा 12 उपांगो
को लिपिबढ़ी किया गया