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moral stories in hindi मोटी बहू
Direction: सास–बहू दोनों रसोई में काम कर रही होती है, लेकिन बहू कढ़ी बनाते–बनाते उसे खा भी रही होती है।
सास: अरे बहू, ला ज़रा कढ़ी तो चखा, देखु ज़रा कैसी बनी है कढ़ी।
Direction: चखते– चखते बहू आधी पतीला कढ़ी खा जाती है, तभी उसकी सास उसे ऐसा करते देख लेती है।
सास : अरे सारा खाना खुद ही खा जाएगी, या घर वालों के लिए भी कुछ छोड़ेगी, बाकि घरवाले क्या तेरा मुंह देखेंगे, अब इतनी तो मोटी है तू, और क्या फट कर ही मानेगी?
बहू: कहां फटूँगी माजी , यह देखिए ये माजी, जब से शादी करके इस घर में आई हूं मेरे सारे कपड़े ढ़ीले हो गए है। पहले मैं कितनी क्यूट लगती थी, लेकिन लगता है, आप तो मेरी क्यूटनेस से जलती है तभी तो मुझे हर वक़्त खाने के लिए टोकती है।
सास: (ताने की टोन में): अरे वाह! अच्छा sss….मैं जलती हूं तेरी क्यूटनेस से हैं? शर्म कर बेटा मोहल्ले के बच्चे क्यूट नहीं डोरेमोन बोलते है तुझे , अब तेरी ये क्यूटनेस वाली ग़लतफहमी ख़त्म हो गई हो, तो खाना लगा दें, तेरे पापा और अमन इंतज़ार कर रहे है खाने का।
Direction बहू खाना डाइनिंग टेबल पर खाना लगा देती है, और सब खाना–खाने लगते है, तभी बहु खाना खाते वक्त चपर–चपर की आवाज़ करती है।
सास: अरे तेरा ही खाना है, आराम से खा, कोई तेरा खाना लेकर भाग थोड़ी ना रहा है,
सास: (धीमी आवाज में): वैसे भी आधी पतीली कढ़ी निपटा चुकी है अब तक। पता नहीं कितना खाती है यह मोटी।
अमन: ओहो माँ , खाने दो ना खाना जैसे भी खा रही है , थोड़ी और मोटी हो जाएगी, तो घर में गद्दे के काम तो आ जाएगी।
सास : हाँ गोलू-मोलू करते-करते एक दिन फुटबॉल नहीं, फुटबॉल का ग्राउंड बन जाएगी। moral stories in Hindi
(दोनो हस्ते है )
बहू: नहीं-नहीं मम्मी जी , मैं जैसी हूं वैसी नहीं रहूंगी। आप टेंशन न लो , मैंने एक योगा इंस्ट्रक्टर को बुला लिया है। अब आप देखना , मेरे अंदर की कैटरीना कैफ कैसे कुछ ही दिनों में बाहर आती है।
सास : चलो भाई ठीक है , यह भी देख लेते है , कैटरीना कैफ आएगी या हेमा मालिनी (हूममम)
अगले दिन
योगा टीचर: तो आज हम स्ट्रेचिंग से स्टार्ट करेंगे , जिससे आपका शरीर खुलेगा।
बहू: नहीं-नहीं….आप, सीधा वो वाली एक्सरसाइज बताओ जिससे मेरा वज़न कम हो जाए।
योगा टीचर: नहीं नहीं ऐसा नहीं होता , पहले स्ट्रेचिंग होगी, चलो जैसा मैं बताती हूँ, वैसा-वैसा करो, चलो सबसे पहले ताड़ासन कीजिए स्टेप by स्टेप।
Direction : बहू आँखों के ऊपर नीचे दोनों तरफ उंगलियों से कुछ अजीबो गरीब हरकत करने लगती है।
योगा टीचर: अरे-अरे ये क्या कर रही हों?
बहू: मैडम, आपने ही तो कहा था ताडने वाला आसन करो।
योगा टीचर: इसे ताड़ासन थोड़ी कहते हैं, छोड़ो मैं जैसा-जैसा करती हूं, तुम भी वैसा ही करना अब।
बहू: ठीक है।
योगा टीचर: ताड़ासन में पहले हाथो को धीरे-धीरे हाथों को ऊपर ले जाओ और आराम से सांसे भरते हुए एड़ियों और कंधों को ऊपर की ओर खींचो और कम से कम तीन बार ऐसा करो और हां ये सब बैलेंस बनाकर करना, कहीं गिर मत जाना।
Direction बहू ऐसा करने लगती है और योगा टीचर के ऊपर गिर जाती है , जिससे योगा टीचर बेहोश हो जाती है।
योगा टीचर: अरे बचाओ मुझे ! मेरा दम्म्म्म, घुट गया….
बहू (घबराकर):अरे अरे यह मैंने क्या कर दिया, कहीं यह मर तो नहीं गई….?
Direction बहू भागकर पानी लेकर आती है और उसके ऊपर पानी की कुछ बूंदे छिड़कती है, पानी की बूंदे पड़ते ही, योगा टीचर को होश आ जाता है।
योगा टीचर: अरे मोटी यह क्या किया तूने मेरे ऊपर ही गिर गई…. अब मैं तुझे अपनी जान पर खेलकर कोई योगा-वोगा नहीं सिखाने वाली, मैं तो जा रही हूं।
बहू: नहीं-नहीं यह सब पहली बार कर रही हूं ना, तो मेरा बैलेंस बिगड़ गया, प्लीज आप मत जाइए, मै अब ठीक से करुंगी moral stories in hindi।
योगा टीचर: ठीक है, लेकिन दोबारा ये गलती हुई तो मैं किसी को भी योगा सिखाने के लिए जिंदा नहीं बचुंगी moral stories in hindi।
Direction: योगा टीचर, बहू को रोज़ योगा कराती है। ऐसे करते–करते पूरा एक महीना निकल जाता है।
सास: अमन बेटा न जाने क्या हो गया है बहु को , जब से योगा शुरू किया है तब से कुछ नहीं खाती, बस घास फूस ही खाती रहती है।
अमन: करने दो माँ , देखते है इसकी मेहनत का क्या फल मिलता है moral stories in hindi?
और एक दिन, बहू अपने कमरे से निकलती है।
सास : अरे वाह बहु , तूने तो कर दिखाया।
अमन: हममम देखा मां, मैं नहीं कहता था कि इसको जो करना है करने दो, और देखो आज यह पहले से काफ़ी फिट एंड फाइन लग रही है।
सास: भई मान गए मेहनत हो तो ऐसी, पर इसका भी क्या ही फायदा, अब तुझे कौन सा कोई competition जीतना है।
दोनों फिर से हस्ते है moral stories in hindi
Direction एक दिन की बात है, बहू टीवी देख रही होती है, तभी टीवी पर एक मॉडलिंग competition दिखाया जा रहा होता है।
बहू (अपने पति अमन से): सुनो, अब जो मैं कैटरीना कैफ बन गई हूं, तो क्या मैं इस मॉडलिंग competition moral stories in hindi में हिस्सा ले लूं?
अमन : हां-हां क्यों नहीं बिल्कुल, तुमको तो ऐसे कई competition में हिस्सा लेना चाहिए। सबको पता तो चले फुटबॉल ग्राउंड, लूडो का बोर्ड कैसे बन गई, हा हा हा हा…..।
Direction अमन की बात सुनकर बहू को गुस्सा आ जाता है moral stories in hindi।
बहू: अब देखो , मैं competition में हिस्सा भी लुंगी और जीतूंगी भी।
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Direction: बहु इस मॉडलिंग competition में हिस्सा ले लेती है, और उसके लिए दिन–रात तैयारी भी करने लग जाती है। फिर अमन कॉम्पिटिशन वाला दिन भी आता है, बहू तैयार होकर रैंप पर मॉडलों की तरह वॉक करती है, और सब लोग उसे देखते रह जाते हैं।
जज: और आज इस शो की विनर है मोटी बहू moral stories in hindi।
Direction : सब लोग तालियां बजाते हैं moral stories in hindi।
जज (बहू से) : अरे जब आप इतनी स्लिम हैं तो फिर आपने अपना नाम यहां मोटी बहू क्यों लिखवाया moral stories in hindi?
बहू: जज साहब वो इसलिए क्यों कि कुछ महीने पहले में बहुत मोटी हुआ करती थी, लोग मुझे डोरेमोन कहा करते थे और पता नहीं क्या-क्या नाम से चिढ़ाते थे। लेकिन मैं आज यहाँ इस मंच पर सिर्फ और सिर्फ अपने पति और सास की बदौलत हूँ, अगर ये दोनो ना होते तो मैं शायद आज यहाँ खड़ी नहीं होती। इसलिए मैं उनकी शुक्रगुजार हूं।
Direction: पति और सास की आँखों में आँसू आ जाते है, और उन्हें महसूस होता है , की बहू कितनी अच्छी है।
सास: बहू हमने तेरा कितना मज़ाक उड़ाया और तूने हमें कभी कुछ नहीं कहा, बदले में तूने अपने आपको इतना ऐसा बदला और यह competition जीत लिया, तुमने तो हमारी नाक ऊंची कर दी बहू, मुझे तुझ पर नाज़ है.
अमन: और हो भी क्यों ना , आखिर मेरी गोलू-मोलू जो है यह।
बहू🙁थोड़ा हंसकर) अब मैं कोई गोलू-मोलू नहीं हूँ समझे Mr. अमन, अब तो मैं…..
(तीनो साथ में बोलते हैं, कैटरीना कैफ हूँ।)